VASTU TIPS : वास्तुशास्त्र में पूर्व दिशा का बड़ा महत्व होता है। यह दिशा सबसे ज्यादा शुद्ध और दोष रहित होनी चाहिए। यदि पूर्वी दिशा में कोई दोष है या इस दिशा वाला मकान का भाग ऊंचा है तो उस घर में हमेशा गरीबी और रोगों का डेरा रहता है। इस दोष को दूर किया जाना अत्यंत आवश्यक होता है। पूर्व दिशा का स्वामी इंद्र, आयुध वज्र और प्रतिनिधि ग्रह सूर्य होता है। पूर्वदिशा में कालपुरुष का मुख होता है। इसलिए यह स्थान शुद्ध होना आवश्यक है।